किसानों ने बताया कि कंपनी ने खुद को “हिप्पो एग्रो” के नाम से प्रस्तुत किया था और दावा किया था कि उनकी खाद उच्च गुणवत्ता वाली है। फर्म द्वारा किसानों को खाद का एक सैंपल भी दिखाया गया था, जिसके बाद किसानों ने विश्वास में आकर कुल 325 कट्टे बुक किए। प्रत्येक कट्टे की कीमत ₹904 बताई गई थी, जिसका अग्रिम भुगतान किसानों ने मौके पर कर दिया था।
किसानों के अनुसार, खाद की खेप ट्रक से शिवपुरी भेजी गई और स्थानीय स्तर पर किसानों ने इसे अपने खेतों में सरसों की फसल के लिए प्रयोग किया। लेकिन खाद डालने के बाद जब कट्टे खोले गए तो उनमें खाद की जगह मिट्टी और कचरा निकला।
किसानों ने जिला पुलिस अधीक्षक शिवपुरी को शिकायत देकर फर्म हिप्पो एग्रो एवं उसके संचालक के खिलाफ धोखाधड़ी की कार्यवाही की मांग की है। उनका कहना है कि इस घटना से उन्हें आर्थिक नुकसान हुआ है और फसल पर भी विपरीत असर पड़ा है।
किसानों ने प्रशासन से जल्द से जल्द जांच कर दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है।


