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रूस ने दी भारतीय मछली निर्यात को मंजूरी, क्या बढ़ेगा समुद्री उत्पाद व्यापार? Russia Approves Indian Fish Units
सत्यालेख की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को घोषणा की कि रूस जल्द ही लगभग 25 भारतीय मछली पालन इकाइयों को मंजूरी देने के लिए तैयार है।
यह कदम भारतीय समुद्री खाद्य उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर खोलेगा, जिससे ये इकाइयां रूस को समुद्री उत्पादों की आपूर्ति करने के योग्य हो जाएंगी।
यह खबर ऐसे समय में आई है जब हाल ही में यूरोपीय संघ ने भी निर्यात के लिए भारत से 102 अतिरिक्त समुद्री उत्पाद इकाइयों को मंजूरी दी है, जो वैश्विक मार्केट में भारत की बढ़ती उपस्थिति को दर्शाता है।
गोयल ने बताया कि भारत अपने झींगा और मछली निर्यात में विविधता लाने के लिए संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) सहित कई अन्य देशों के साथ सक्रिय रूप से बातचीत कर रहा है।
यह रणनीति भारत के झींगा निर्यात के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, जो अमेरिका द्वारा लगाए गए 50 प्रतिशत के भारी शुल्क से काफी प्रभावित हुआ है।
इस प्रकार, नए बाजारों में प्रवेश से भारतीय निर्यातकों को अपने उत्पादों के लिए बेहतर मांग और मूल्य प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
यह निवेश और वित्त के क्षेत्र में भी नए अवसर पैदा करेगा, जिससे भारतीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा।
वित्तीय वर्ष 2024-25 में, भारत का झींगा निर्यात 4.88 अरब डॉलर का रहा था, जो कुल समुद्री खाद्य निर्यात का लगभग 66 प्रतिशत था।
रूस जैसे बड़े बाजारों तक पहुंच, और यूएई जैसे देशों के साथ सहयोग, भारतीय उद्योग को अपनी वैश्विक स्थिति मजबूत करने और भविष्य में और अधिक विकास प्राप्त करने में सहायता करेगा।
यह पहल भारतीय समुद्री खाद्य उद्योग के लिए विकास के एक नए युग की शुरुआत का संकेत है।
- रूस लगभग 25 भारतीय मछली पालन इकाइयों को निर्यात के लिए मंजूरी देगा।
- भारत झींगा और मछली निर्यात में विविधता लाने पर जोर दे रहा है, यूएई से भी बातचीत जारी।
- अमेरिकी शुल्क से प्रभावित झींगा निर्यात को नए बाजारों से राहत मिलेगी।
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Posted on 20 November 2025 | Follow सत्यालेख.com for the latest updates.
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