Healthy living:
तनाव से बढ़ रहा बुढ़ापा? कोर्टिसोल कैसे छीन रहा आपकी चमक और स्वास्थ्य? Stress Impacts Mind Body Glow
सत्यालेख की रिपोर्ट के अनुसार, आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव एक ऐसी बीमारी बन चुका है, जो न केवल हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य पर भी गहरा असर डाल रहा है।
यह हमारे चेहरे की रौनक, बालों की चमक और यहां तक कि जोड़ों के आराम को भी धीरे-धीरे छीन रहा है।
कई शोधों से यह बात सामने आई है कि अत्यधिक तनाव के कारण चेहरे पर असमय झुर्रियां, मुहांसे और बालों के झड़ने जैसी समस्याओं में वृद्धि होती है, साथ ही जोड़ों में सूजन या दर्द की समस्या भी बढ़ जाती है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, जब हम तनाव में होते हैं, तो शरीर में कोर्टिसोल नामक हार्मोन का स्तर बढ़ने लगता है।
यह हार्मोन शरीर को 'फाइट या फ्लाइट' मोड में ले आता है, जिससे शरीर किसी भी खतरे से निपटने के लिए तैयार रहता है।
हालांकि, यदि कोर्टिसोल का स्तर लंबे समय तक बढ़ा रहता है, तो यह शरीर के लिए अत्यंत हानिकारक बन जाता है।
कोर्टिसोल का बढ़ा हुआ लेवल शरीर के प्राकृतिक संतुलन को बिगाड़ देता है, जिसका सीधा असर हमारी त्वचा, बालों और हड्डियों के स्वास्थ्य पर पड़ता है।
कोर्टिसोल के कारण शरीर में सूजन बढ़ती है, जिससे त्वचा पर एक्ने या एक्जिमा जैसी समस्याएं उभरती हैं और कोलेजन की मात्रा कम होने से त्वचा अपनी लोच खो देती है।
इस गंभीर समस्या से निपटने के लिए उचित उपचार और फिटनेस पर ध्यान देना अनिवार्य है।
तनाव से बालों का झड़ना और उनकी चमक कम होना एक आम बात है, वहीं यह हड्डियों और जोड़ों की सेहत पर भी नकारात्मक प्रभाव डालता है, जिससे गठिया जैसे रोगों का जोखिम बढ़ जाता है।
अपने स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए तनाव प्रबंधन की तकनीकों को अपनाना और नियमित रूप से डॉक्टर से परामर्श लेना बेहद महत्वपूर्ण है।
- तनाव से शरीर में कोर्टिसोल बढ़ता है, जो बुढ़ापे के लक्षणों को तेज करता है।
- कोर्टिसोल त्वचा की चमक, कोलेजन और बालों के स्वास्थ्य को प्रभावित करता है।
- जोड़ों में सूजन और दर्द भी तनाव के बढ़े हुए स्तर का एक परिणाम हो सकता है।
Related: Education Updates | Bollywood Highlights
Posted on 16 November 2025 | Follow सत्यालेख.com for the latest updates.
.jpg)
.jpg)