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पुलेला गोपीचंद की खेल यात्रा: भारतीय बैडमिंटन के दिग्गज कोच का 52वां जन्मदिन Pullela Gopichand Birthday Celebration
सत्यालेख की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय बैडमिंटन के पर्याय और 'द्रोणाचार्य' के नाम से विख्यात पुलेला गोपीचंद आज यानी 16 नवंबर को अपना 52वां जन्मदिन मना रहे हैं।
आंध्र प्रदेश में 1973 में जन्मे गोपीचंद ने न सिर्फ एक कुशल खिलाड़ी के रूप में देश का नाम रोशन किया, बल्कि एक आदर्श प्रशिक्षक के तौर पर भी उन्होंने भारतीय बैडमिंटन को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है।
उनका जीवन क्रिकेट के प्रति प्रेम से शुरू होकर बैडमिंटन के अंतरराष्ट्रीय मंच तक पहुंचने की एक प्रेरणादायक कहानी है।
बचपन में उनका झुकाव क्रिकेट की ओर था, लेकिन उनके बड़े भाई की प्रेरणा ने उन्हें बैडमिंटन की दुनिया से जोड़ा, जहां उन्होंने अपनी लगन और मेहनत से एक अलग पहचान बनाई।
प्रकाश पादुकोण अकादमी में प्रशिक्षण के साथ उन्होंने अपने कौशल को निखारा और जल्द ही राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।
वर्ष 2001 में ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप का खिताब जीतकर उन्होंने इतिहास रचा, जो प्रकाश पादुकोण के बाद यह उपलब्धि हासिल करने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी बने।
हालांकि, खेल से संन्यास लेने के बाद उन्होंने खुद को पूरी तरह से कोचिंग के लिए समर्पित कर दिया।
उनकी एकेडमी ने साइना नेहवाल, पी.वी. सिंधु, किदांबी श्रीकांत जैसे कई विश्व स्तरीय खिलाड़ी दिए, जिन्होंने ओलंपिक पदक और अन्य अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए देश के लिए गौरव अर्जित किया।
उनका दूरदृष्टिपूर्ण प्रशिक्षण और खिलाड़ियों के प्रति समर्पण भारतीय खेल जगत के लिए एक मिसाल है।
गोपीचंद भारतीय बैडमिंटन के भविष्य को आकार देने में लगातार महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
- पुलेला गोपीचंद ने भारतीय बैडमिंटन को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान दी।
- 2001 में ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप जीतकर इतिहास रचा था।
- साईना नेहवाल और पी.वी. सिंधु जैसे कई विश्व स्तरीय खिलाड़ी तैयार किए।
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Posted on 16 November 2025 | Check सत्यालेख.com for more coverage.
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