Devotional story:
तेलंगाना में धर्म और कला का संगम: श्री वेंकटेश्वर मंदिर की भव्य 12 फुट प्रतिमा Swarnagiri Venkateswara Temple Hyderabad
सत्यालेख की रिपोर्ट के अनुसार, तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद से कुछ ही दूरी पर स्थित भुवनगिरी में मानेपल्ली हिल्स पर स्वर्णगिरी वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर, जिसे यदाद्री तिरुमला देवस्थानम भी कहा जाता है, भक्तों और पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आध्यात्मिक केंद्र बनकर उभरा है।
22 एकड़ भूमि पर फैले इस विशाल मंदिर परिसर को स्वर्णगिरि नाम की पहाड़ी पर बनाया गया है, जहाँ धर्म, वास्तुकला और कला का अद्भुत संगम देखने को मिलता है।
इस मंदिर की डिजाइन में विजयनगर, पल्लव, चोल और चालुक्य साम्राज्यों की समृद्ध वास्तुकला शैलियों का सुंदर मिश्रण देखा जा सकता है, जो इसे भारत के सबसे आकर्षक तीर्थ स्थलों में से एक बनाता है।
मंदिर की भव्यता इसके चारों दिशाओं में बने विशाल राजगोपुरम, विस्तृत मंडप और गर्भगृह के ऊपर स्थित पांच मंजिला विमान गोपुरम से परिलक्षित होती है।
गर्भगृह में भगवान श्री वेंकटेश्वर की 12 फुट ऊंची प्रतिमा स्थापित है, जिसे तेलंगाना की सबसे ऊंची मूर्ति माना जाता है।
यह भव्य प्रतिमा श्रद्धालुओं के बीच गहरी आस्था का केंद्र है और यहाँ प्रतिदिन हजारों भक्त दर्शन एवं पूजा-अर्चना के लिए आते हैं।
इस मंदिर के निर्माण के पीछे एक चमत्कारिक घटना की कहानी भी जुड़ी हुई है, जिसका श्रेय प्रसिद्ध उद्योगपति श्रीमन मानेपल्ली रामाराव की पत्नी श्रीमती को दिया जाता है, जिन्होंने इसे एक दिव्य प्रेरणा का परिणाम बताया।
यह अद्वितीय मंदिर न केवल एक पवित्र पूजा स्थल है, बल्कि तेलंगाना की सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत का भी एक महत्वपूर्ण प्रतीक है।
- तेलंगाना के भुवनगिरी में 22 एकड़ पर निर्मित भव्य स्वर्णगिरी वेंकटेश्वर मंदिर।
- मंदिर में 12 फुट ऊंची भगवान वेंकटेश्वर की प्रतिमा, तेलंगाना की सबसे ऊंची मूर्ति।
- विजयनगर, पल्लव, चोल व चालुक्य शैलियों का संगम, एक अनूठी वास्तुकला का उदाहरण।
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Posted on 25 December 2025 | Keep reading सत्यालेख.com for news updates.
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